- "कऽ धऽ एलनि हीरा, मार पसौलनि जीरा"
- "काँख तरि अँचार आ देखाबय पोथी के बिचार"
- "करनी नञि धरनी आ नाम सुवर्णी"
- "कान त सोन नञि,सोन त कान नञि"
- "कनफुसरी क भएर देह फोसरी"
- "केओ खाइते खाइते मरय, केओ खएबा बिनु मरय"
- "ककरो बोड़े बोड़े नोन, ककरो रोटियौ पर नञि नोन"
- "कानय के मोन छल त, आखिँमेँ गरल खुट्टी"
- "केकर खेती, केकर गए, कोन पापी रोमय जाए"
- "कक्का चोर भतीजा पाजीकाकी क माथ प जूताबाजी"
- "कनियाँ सँ लोकदिनिये भारी"
- "कन्हा कुकुर मारे तिरपित
- "केहन-केहन गेला त' मोछ बला एला"
- "कनिया मनिया झींगा के झोर,कनिया माय क ल गेल चोर"
- "कनहा बियाह मे सतरह आफद" ,"रंग मे भंग" पड़िये गेल "
- "कानल कनियाँ रहिये गेल, आ कानी छँटौल बर घुरिये गेल "
- "करनी देखियौन मरनी बेर"
- "कोढिया उठताह त पहाड़ त पहाड़ उनटेता"
- "कन्टिरबाक जनम हैतए तs केथरी गन्हेबे करएत"
krishna Jha
Posted on : April 27, 2017Kaaan kodariya haath munariya kaha chalal chee daach andhan van me
chandan chaibaile kaha chalal chee daach hamro la anhi soo falasi bina
bhanal ke chhakh