- "पेट बिगाड़े मुरही, घर बिगाड़े बुढी"
- "पढै फारसी बेचै तेल"
- "पेट में खर नञि, सिंगमेँ तेल "
- "पंचक बात मानब, मुदा खुट्टा ऐतहि गारब"
- "पैसा नञि कौड़ी आ बीच बजारमें दौड़ी"
- "पहिरने ओढने कनिया बर, निपने पोतने आंगन घर"
- "पाइनमें माछ, नौ नौ कुटिया बखरा"
- "पैसा नञि कौड़ी, उतान हो गे छौड़ी"
- "पाथर परहक दूभि"
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