स'सँ मैथिली फकरा By Roshan Choudhary on 9:59 PM सड़लो भुन्ना, रोहू के दुन्ना सब सखी झुमैर खेलए, लूल्ही कहैय हमहूँ सात बापूत रा के, एक्को नञि काजके सोन त कान नञि ,कान त सोन नञि सभ धन बाइस पसेरी
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