क'सँ मैथिली फकरा By Roshan Choudhary on 5:32 AM केकर खेती, केकर गए, कोन पापी रोमय जाए ! कोइढ़ उलटलाह, त' भएर घर छेड़लनि। "कनहा बियाहमे सातगो आफद" "कानल कनियाँ रहिये गेल,आ कानी छँटौल बर घुरिये गेल "
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